Hard Fork

Cryptocurrencies जैसे की Bitcoin (BTC) और Ethereum (ETH) एक ओपन सोर्स network जिसे हम blockchain कहते है उस पर काम करती है। इस network का नाम blockchain इस लिए पड़ा क्यूंकि इसमें data block के फॉर्म में रहता है जिसकी हिस्ट्री चेक करना काफी आसान है। ये network underlying code की मेंटेनेंस और विकास के लिए कम्युनिटी पर निर्भर रहता है।  

Hard fork तब देखने को मिलता है जब कम्युनिटी blockchain के पूर्व निर्धारित नियमों में बदलाव करती है जिस वजह से चेन विभाजित हो जाती है और एक नई blockchain प्रोडूस होती है जिसका इतिहास पुरानी blockchain से जुड़ा हुआ होता है पर वो एक एक नयी दिशा की ओर रुख करती है। लेकिन ऐसा होने के लिए सारे nodes protocol software के लेटेस्ट version पर होने चाहिए।  

Hard fork को विस्तार से समझे 

ये blockchain का नवीनतम और एकदम नया version होता है जो blockchain के पुराने नियमों पर काम नहीं करता है। ये नया version blockchain में स्थायी परिवर्तन ले आता है जो पहली blockchain से इसे अलग कर देता है। 

Blockchain में नया नियम जोड़ने की वजह से fork क्रिएट होता है। इसे ऐसे समझे जब कुछ nodes सर्वसम्मति से काम नहीं करते हैं और दोनों के नियम अलग हो जाते है तब network दो अलग अलग दिशों में एक दूसरे से अलग होकर रन करने लगते है। जिसे हम अगर आसान शब्दों में समझाए तो ये blockchain पर काम करता है जहाँ पहली चेन पुराने नियमों को फॉलो करते हुए काम करती है जबकि दूसरी चेन नए नियमों पर काम करती है।

Fork कैसे काम करता है?

Hard fork किसी भी crypto technology platform पर संभव है ये सिर्फ Bitcoin तक ही सिमित नहीं है। सारे मिनर्स को नए नियम और समझौतों की शर्तों  से सहमत होना पड़ता है जो चेन पर एक वैद्य block बनाने की लिए इस्तेमाल होंगे। ये डायवर्सन भी दो राहे जैसी सड़क जैसा है जहाँ दोनों रास्ते अलग अलग दिशा में जाते है। डेवेलपर्स को फिर सारे softwares को नए नियमों की अनुसार अपडेट करना पड़ता है। 

Forking की इस प्रक्रिया के चलते ही  Bitcoin से मिलते जुलते नाम वाली cryptocurrencies अस्तित्व में आई जिनके नाम कुछ इस तरह रखे गए जैसे की Bitcoin cash, Bitcoin gold, आदि। नए ट्रेडर और इन्वेस्टर्स के लिए इन cryptocurrencies में फर्क बता पाना मुश्किल होता है।

Fork क्यों ज़रूरी होता है ?

ये भी बाकि software updates की तरह होता है जो कई सारी वजहों से किया जाता है। 

  • Blockchain में नई विशेषताएं और उसकी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए। 
  • सुरक्षा के मुद्दों को देखते हुए। 
  • कम्युनिटी में cryptocurrency की दिशा को लेकर होने वाले मत भेद को टालने या सुलझाने के लिए। 

Hard fork के कुछ उल्लेखनीय उदाहरण 

वैसे तो crypto की दुनिया में hard fork के कई उदाहरण और इसमें में हर कोई Bitcoin से जुड़ा हुआ भी नहीं है। निम्म लिखित कुछ ऐसे ही उदाहरण है। 

  • The DAO Hack
  • Hashrate Wars: ABC vs. SV
  • SegWit2x and Bitcoin Cash

Polygon द्वारा हाल ही में हुआ hard fork 

Polygon Labs ने hard fork को पूरा करते हुए गैस फीस को कम किया है, इस software update को 17 जनवरी को 15 वैलिडेटर्स की मदद से पूरा किया गया था। 

 दिसंबर 2022 में हुई भारी चर्चा के बाद fork को लाना तय किया गया और इसके लिए 100 validators को वोट करना था लेकिन समय आने पर वोटिंग में सिर्फ 15 validators ने हिस्सा  लिया जिसमें से 13 लोगो ने इस fork को लाने के लिए अपना मत दिया, हालाँकि वोट करने वालों की गिनती काफी कम रही क्यूंकि ब्लॉकचेन में कोई भी बदलाव लाने के लिए भारी मतों की ज़रूरत होती है।